UP में कल से Assembly session, कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष
UP Assembly Session: यूपी के विधानसभा शीतकालीन सत्र की शुरुआत कल यानी 28 नवंबर से होने जा रही है।बता दें इस बार का शीतकालीन सत्र बेहद अहम होने जा रहा है। शीतकालीन सत्र (winter session) नए नियमों के तहत संचालित किया जाएगा। अब नए नियम के अनुसार अब विधानसभा सदस्य अपने साथ सदन में मोबाइल फोन लेकर नहीं जा सकेंगे।
- Assembly Session के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 28 नवंबर से होगी
- नए नियमों के तहत संचालित किया जाएगा सत्र
- कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष
- जातिगत जनगणना के मुद्दे पर घेरेगा विपक्ष
आपको बता दें अक्सर सदन से कई नेताओं के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आते रहते थे, जिन्हें लेकर अक्सर सवाल खड़े होने के साथ ही विवाद की स्थिति बन जाती थी। ऐसे में अब यूपी की विधानसभा के नियमों में बदलाव किया गया है।जिसके तहत अब विधानसभा सदस्य सत्र के दौरान सदन के अंदर मोबाइल, झंडे, प्रतीक या कोई अन्य प्रदर्शन करने वाली वस्तु को प्रदर्शित नहीं कर सकेंगे।
जातीय जनगणना के मुद्दे पर हावी नजर आ रहा- विपक्ष
शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी दल जातिगत जनगणना के मुद्दे पर सरकार को घेरते नजर आएंगे। मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी के नेता जातिगत जनगणना के मुद्दे पर लगातार सरकार पर आक्रामक रवैया अपनाए हुए हैं। उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सपा से लेकर कांग्रेस जातीय जनगणना के मुद्दे पर हावी नजर आ रहे हैं।
सदन की कार्यवाही से वर्चुअल माध्यम से जुड़ सकेंगे
UP Assembly Session: दरअसल, हाल ही में अगस्त के महीने में मानसून सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली 2023 को मंजूरी मिली थी। जिसमें बनाई गई नई नियमावली शीतकालीन सत्र से लागू हो रही है। ऐसे में अब नेशनल ई-विधान लागू होने के कारण विधानसभा सदस्यों की वर्चुअल उपस्थिति का प्रविधान शामिल किया गया है, जिसके तहत विधायक अपने घर से ही सदन की कार्यवाही से वर्चुअल माध्यम से जुड़ सकेंगे।
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