मां वैष्णो देवी यात्रा 22 दिन के बाद फिर शुरू, श्राइन बोर्ड ने साझा की तस्वीरें
श्री माता वैष्णो देवी यात्रा 22 दिन के लंबे अंतराल के बाद बुधवार से पुनः शुरू हो गई है। यात्रा बहाल होने की खबर से श्रद्धालुओं में अपार खुशी देखने को मिल रही है। यात्रा के पहले ही दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दरबार में दर्शन के लिए पहुंचे। श्राइन बोर्ड ने भी गुरुवार को यात्रा की तस्वीरें अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर साझा की। यात्रा के दोबारा शुरू होने से मां वैष्णो देवी के भक्तों में उत्साह का माहौल है। लंबे समय से यात्रा के पुनः प्रारंभ होने का इंतजार कर रहे श्रद्धालु अब दरबार में पहुंचकर माता रानी का आशीर्वाद लेने को उत्सुक हैं। सुरक्षा और सुविधा के इन इंतजामों के चलते यात्रा अब सुचारू और सुरक्षित ढंग से आगे बढ़ रही है।
यात्रा को लेकर दिशा-निर्देश जारी
इस बीच, श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने यात्रा की बहाली के साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की योजना मौसम विभाग की आधिकारिक चेतावनियों, ट्रैक की स्थिति और सुरक्षा से संबंधित अपडेट को ध्यान में रखकर ही बनाएं। सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए, सभी श्रद्धालुओं को यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व नामांकन काउंटरों पर पंजीकरण कराना और आरएफआईडी कार्ड लेना अनिवार्य किया गया है। श्राइन बोर्ड ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे यात्रा के दौरान हल्का सामान ही साथ रखें और मजबूत ग्रिप वाले आरामदायक जूते पहनें। इसके अलावा पानी, हल्का नाश्ता, पहचान पत्र और चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाइयां रखना जरूरी बताया गया है। यात्रियों को केवल निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करने और किसी भी परिस्थिति में शॉर्टकट रास्तों से बचने की अपील की गई है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
यात्रा मार्ग पर लगाए गए सुरक्षा बलों, पुलिस और श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों के निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है, विशेषकर तब जब अस्थायी रोक या मार्ग परिवर्तन जैसी स्थिति उत्पन्न हो। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारी वर्षा, भूस्खलन अलर्ट या अन्य प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों में यात्रा करने से बचना चाहिए। यात्रियों को भूस्खलन संभावित स्थलों के पास रुकने से मना किया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि अपुष्ट सोशल मीडिया संदेशों पर भरोसा न करें और केवल बोर्ड या प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक घोषणाओं को ही मानें।