टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलसरकारी योजनाहेल्थ & लाइफस्टाइलट्रैवलवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

भारत में किसी Judge को हटाने की प्रक्रिया क्या है? जानिए विस्तार से

भारतीय संविधान में जज को हटाने की प्रक्रिया, विस्तार से जानिए

09:56 AM Mar 22, 2025 IST | Prachi Kumawat

भारतीय संविधान में जज को हटाने की प्रक्रिया, विस्तार से जानिए

Advertisement

हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर नकदी बरामद होने के बाद उनका तबादला करने की सिफारिश की गई है

किसी हाई कोर्ट के जज के भ्रष्ट होने पर या मानसिक या शारीरिक कठिनाई की वजह से अपना काम ना कर पाने पर ही उसे हटाया जा सकता है

हाईकोर्ट के किसी जज को हटाने की प्रक्रिया भारतीय संविधान के अनुच्छेद 217(1)(b) और अनुच्छेद 124 (4) में दी गई है

Finance Books: Financial Knowledge के लिए पढ़ें ये किताबें

वहीं हाईकोर्ट के जज को हटाने के लिए जांच प्रक्रिया Judges (Inquiry) Act, 1968 में दी गई है

इस प्रक्रिया में सबसे पहले संसद में प्रस्ताव पेश करना पड़ता है जहां कम से कम 100 लोकसभा सांसदों और राज्यसभा में कम से कम 50 राज्यसभा सांसदों के हस्ताक्षर होते हैं

संसद में प्रस्ताव स्वीकारे जाने पर भारत के मुख्य न्यायाधीश, एक हाईकोर्ट चीफ जस्टिस और एक सीनियर प्रतिष्ठित जज की जांच समिति बनती है

अगर समिति आरोपों को सही पाती है, तो प्रस्ताव को पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा में बहस और मतदान के लिए रखा जाता है

जज को हटाने के लिए दोनों सदनों में दो-तिहाई (2/3) बहुमत से प्रस्ताव पास होना जरूरी होता है

संसद में प्रस्ताव पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है जिनके मंजूरी देते ही जज को उनके पद से हटा दिया जाता है

Bihar Diwas 2025: बिहार दिवस पर जानें बिहार के पारंपरिक भोजन की खासियत

Advertisement
Next Article