क्या है ‘उदयगिरी’ जहाज?, जिसके आने से बढ़ी भारतीय नौसेना की ताकत
मुंबई : भारतीय नौसेना की ताकत में 1 जुलाई को और इजाफा हुआ है। इस दिन नौसेना को 'उदयगिरी' नाम का नया और आधुनिक स्टेल्थ फ्रिगेट सौंपा गया। यह जहाज मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDSL) ने बनाया है और यह प्रोजेक्ट 17A का हिस्सा है।
क्या है ‘उदयगिरी’ जहाज?
‘उदयगिरी’ एक ऐसा युद्धपोत (फ्रिगेट) है जो दुश्मनों की नजरों से छिपकर हमला करने में सक्षम है। इसमें स्टेल्थ तकनीक लगी है, जिससे यह रडार पर नहीं आता। यह जहाज INS उदयगिरी के नाम पर रखा गया है, जो पहले 31 साल तक नौसेना की सेवा में था और 2007 में रिटायर हुआ था। नया उदयगिरी उससे कहीं ज्यादा आधुनिक और घातक है।
प्रोजेक्ट 17A क्या है?
प्रोजेक्ट 17A के तहत भारतीय नौसेना के लिए 7 स्टेल्थ फ्रिगेट बनाए जा रहे हैं। इनमें से चार जहाज मुंबई में MDSL और तीन कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (GRSE) में तैयार हो रहे हैं। ‘उदयगिरी’ इस प्रोजेक्ट का दूसरा जहाज है।
खासियत क्या है ‘उदयगिरी’ की?
- पुराने P17 जहाजों से 4.5% बड़ा
- स्टेल्थ तकनीक, जिससे दुश्मन के रडार से बच सके
- सुपरसोनिक मिसाइल, एयर डिफेंस सिस्टम, 76 मिमी गन और क्लोज-इन हथियारों से लैस
- डीजल इंजन और गैस टर्बाइन का कॉम्बिनेशन – ताकत और रफ्तार दोनों
- सिर्फ 37 महीनों में बनकर तैयार – अब तक का रिकॉर्ड
उदयगिरी को पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है। इसे बनाने में 200 से ज्यादा भारतीय MSMEs ने भाग लिया। इस प्रोजेक्ट से लगभग 4,000 लोगों को सीधा और 10,000 लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिला। यह भारत की तकनीकी और औद्योगिक क्षमता का भी प्रमाण है। प्रोजेक्ट 17A के बाकी 5 जहाज भी जल्द तैयार हो रहे हैं और 2026 तक नौसेना को सौंप दिए जाएंगे। इनके आने से भारत की समुद्री सुरक्षा और भी मजबूत हो जाएगी।