बहराइच में फिर रिटर्न हुए भेड़िए! पहले से और अधिक खूंखार हुए आदमखोर, अब तक 6 लोगों को बनाया शिकार, 2 की मौत
Wolves Terror Again in Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक बार फिर आदमखोर भेड़ियों का कहर देखने को मिल रहा है। बीते एक हफ्ते में छह हमले हो चुके हैं, जिनमें दो मासूम बच्चियों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। ग्रामीणों में डर का माहौल है और वन विभाग सतर्क हो गया है।
Wolves Terror Again in Bahraich: आदमखोर भेड़िए की दहशत
कैसरगंज तहसील के बाबनपुरवा गांव में दो दिन पहले 55 साल की शिव प्यारी पर रात के अंधेरे में हमला हुआ। इस हमले के बाद गांव में दहशत है। वन विभाग ने भेड़ियों को पकड़ने के लिए अन्य जिलों से टीमें बुलाई हैं। ड्रोन कैमरों और पिंजरे लगाकर निगरानी की जा रही है।
Bahraich Wolf Attack: हाल के 6 हमले
1. गाय को रोटी खिलाते समय महिला पर हमला
शिव प्यारी (60), गाय को रोटी खिला रही थीं तभी पीछे से भेड़िया आ गया और उन पर हमला कर दिया। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
2. 4 साल की बच्ची को उठाकर ले गया भेड़िया
परागपुरवा गांव में रात को 8 बजे परिवार के साथ खाना खा रही 4 साल की बच्ची पर भेड़िया झपट पड़ा और उसे उठाकर ले गया। बच्ची की लाश अगली सुबह खेत में मिली।
3. चारपाई पर सोते युवक पर हमला
सिपहिया हुलास गांव में 18 साल के आदर्श शुक्ला पर भेड़िए ने हमला किया। युवक ने कुर्सी से खुद को बचाया और शोर मचाकर भेड़िए को भगाया।
4. मां की गोद से बच्ची को उठा ले गया
भौंरी बहोरवा गांव में 3 माह की संध्या को रात 3 बजे मां की गोद से भेड़िया उठा ले गया। सुबह बच्ची के कपड़े और शरीर का कुछ हिस्सा खेत में मिला।
5. सारथी देवी पर पीछे से हमला
नरेश पुरवा गांव में सारथी देवी पर पीछे से हमला हुआ। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
6. 70 साल की बुजुर्ग महिला घायल
नंदवल गांव में चन्द्रा देवी पर भेड़िया ने हमला कर घायल कर दिया। वे भी अस्पताल में भर्ती हैं।
Wolf Attack: सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
- पिंजरे लगाए गए हैं, जिनमें चारा रखकर भेड़िए को पकड़ने की कोशिश हो रही है।
- लाउडस्पीकर और बोलेरो गाड़ियों के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
- ड्रोन टीम बंगाल और भोपाल से बुलाई गई है।
- बच्चों को घर के अंदर रखने और ग्रामीणों को समूह में बाहर जाने की सलाह दी जा रही है।
क्यों बढ़ रहे हैं भेड़ियों के हमले?
बहराइच के गांवों के पास बहने वाली घाघरा नदी के किनारे भेड़िए रहते हैं। इस बार बाढ़ के कारण उनकी मांद में पानी भर गया है, जिससे वे गांवों की ओर आ गए हैं। गन्ने के खेतों में वे आसानी से छुप जाते हैं। गांव के किनारे बने घर सबसे ज्यादा निशाने पर हैं क्योंकि वहां से खेत नजदीक हैं और भेड़िए आसानी से भाग सकते हैं।
पिछले साल भी हुआ था हमला
2024 में भी महसी इलाके में भेड़ियों का आतंक फैला था। तब 6 भेड़ियों को पकड़ा गया था लेकिन 5 बच्चों और एक महिला की मौत हो गई थी। इस बार भी वही पैटर्न है, लेकिन इलाका बदला है। अब हमले महसी और कैसरगंज बॉर्डर पर हो रहे हैं।
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