Pregnancy के दौरान महिला को हुआ छाती में दर्द, 7 महीने बाद गई अस्पताल, पेन का कारण जान खिसक गई पैरों तले जमीन
प्रेग्नेंसी के दौरान ही कीली को उसके छाती में दर्द उठने लगा था। जब उसने इस बारे में अपनी सास को बताया तो उसने इसे नॉर्मल कहते हुए कीली को समझाया कि उसकी छाती में दूध उतर रहा है, इस वजह से ही दर्द है।
05:47 PM Sep 12, 2023 IST | Khushboo Sharma
किसी भी महिला के लिए मां बनना दुनिया का सबसे प्यारा अनुभव होता है। जब एक महिला मां बनती है तो सभी चीज़ों का ध्यान रखती है। साथ ही महिला के पास मौजूद उसके प्रिय भी उसके ध्यान रखने में कोई लापरवाही नहीं बरतते हैं। क्योंकि जरा सी लापरवाही ही मां और बच्चे दोनों को भारी पड़ सकती है। अब ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां, एक महिला ने अपने ब्रेस्ट पेन को नजरअंदाज कर दिया जो उसकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई।
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छाती में दर्द की समस्या
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बता दें, दो बच्चों की मां 36 साल की कीली लंगशाव अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर काफी खुश थी। लेकिन उन्हें भी नहीं पता था कि उनकी ये खुशी दरवाजें से ही चली जाएगी। बता दें, प्रेग्नेंसी के दौरान ही कीली को उसके छाती में दर्द उठने लगा था। जब उसने इस बारे में अपनी सास को बताया तो उसने इसे नॉर्मल कहते हुए कीली को समझाया कि उसकी छाती में दूध उतर रहा है, इस वजह से ही दर्द है।

सातंवे महीने खुला राज
कीली का ये दर्द बढ़ता ही जा रहा था। वहीं जब कीली सात महीने की प्रेग्नेंट थी, तब उसके ब्रेस्ट में काफी पेन रहने लगा था। जिसके बाद उसने डॉक्टर के पास जाने का फैसला किया। लेकिन जब उसकी रिपोर्ट सामने आई तो मानो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। क्योंकि डॉक्टर के पास जाकर उसे पता चला कि उसे ब्रेस्ट कैंसर है। वहीं कीली को दूसरा सबसे बड़ा छटका तब लगा जब डॉक्टर्स ने उसे जिंदा रहने के लिए एक साल का ही समय दिया।

कैंसर को दी मात
बता दें, कीली ने बच्चे की डिलीवरी देने के बाद दोबारा सारे टेस्ट करवाए, तो उसे पता चला कि कैंसर बॉडी में काफी फ़ैल गया है और अब उसके बचने के चान्सेस नहीं है। लेकिन कीली ने अपने मासूम बच्चों के लिए कैंसर से अपनी जंग जारी रखी और कीमोथेरेपी के कई राउंड्स के साथ आखिरकार उसने कैंसर को हरा दिया। खुशी की बात ये ही कि कीली अब अपने बच्चों और पति के साथ खुशहाल जिंदगी जी रही हैं।
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