हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं महिलाएं - किरण चोपड़ा
इंडियन इंटरनेशनल सेंटर में भारत निर्माण फाउंडेशन द्वारा 25वां एशियाड लिटरेचर फेस्टिवल
इंडियन इंटरनेशनल सेंटर में भारत निर्माण फाउंडेशन द्वारा 25वां एशियाड लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब केसरी व वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की डायरेक्टर किरण चोपड़ा मौजूद रहीं। कार्यक्रम के दौरान वुमन एंपावरमेंट को लेकर बड़ी हस्तियों से उनके जीवन शैली के बारे में पूछा जा रहा था। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना के साथ की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किरण चोपड़ा ने कहा कि महिलाओं के लिए चुनौती पहले भी थी अभी है और आगे भी रहेगी। मगर आज के युग की महिलाएं पहले जैसी नहीं हैं। वह अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं।
जर्नलिज्म में आने और एक महिला होने के साथ-साथ मैं समाज के वीक पॉइंट को देखा और उन पर काम करना शुरू किया। इसके साथ ही सीनियर सिटीजन के लिए भी काम करना शुरू किया। कहा जाता है कि बुढ़ापा आराम करने और भक्ति करने के लिए होता है। मगर आज के समय में गरीब परिवार बीमारियों की वजह से अपने माता-पिता की देखभाल नहीं कर पाते हैं तो मैं उन लोगों के माता-पिता को गोद लेती हूं। उनके बीमारियों का खर्च मैं चलाती हूं और वह अपने परिवार के बीच ही रह रहे हैं। अगर हम वूमेन एंपावरमेंट की बात करें तो मेरे दादा आजादी की लड़ाई में शामिल रहे हैं और वह 16 साल तक जेल में रहे थे। इस दौरान उनकी पत्नी ने वह समय काटा जोकि उनके जीवन का सबसे दर्द भरा समय था। महिलाएं पहले भी पावरफुल थीं आज भी पावरफुल हैं और आने वाले समय में भी पावरफुल होंगी। भारत विश्व गुरु तो बनने जा रहा है और सोने का शेर भी बनेगा।
कार्यक्रम में डायरेक्ट व जूरी (पद्मश्री पुरस्कार) डॉ. मोशिन वली, डायरेक्ट व जूरी डॉ. अमरेंदर, सोशल इन्फ्लुएंसर डॉ. अमित कुमार और इस्कॉन रोहिणी हेड केशव मुरारी दास मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का संचालन साध्वी प्रज्ञा ने किया। इस राउंड में भारत कल आज और कल के बारे में बात की गई। डॉ. मोशिन वली ने बताया कि उन्होंने भारत के कई राष्ट्रपति व बड़ी-बड़ी हस्तियों के साथ काम किया है। आने वाले समय में हम रहें न रहें, लेकिन भारत हमेशा रहेगा और उन्होंने महाकुंभ की बात भी की। डॉ. अमरेंदर ने कहा कि आज के भारत को पूरा विश्व जानता है और इसके बारे में सब बात भी करते हैं। डॉ. अमित कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इंसान अगर खुद पर काबू कर सकता है तो वह किसी भी बुरी आदत को छोड़ सकता है। केशव मुरारी दास ने कहा कि भागवत गीता में हर एक चीज के बारे में बताया गया है। हर व्यक्ति को भागवत गीता पढऩे के साथ-साथ उसे अपने जीवन में भी उतारना चाहिए।
इस दौरान फिशरीज, डेयरीज एंड पंचायती राज के मंत्री एसपी बघेल, कवि दवेंद्र कुमार, कवि मुकुल कुमार, कवि अमनदीप, कवि आलोक, सिंगर लवलीना, कवि अनूप श्रीवास्तव और कवि डॉ. श्वेता श्रीवास्तव मौजूद रही। मंथली बघेल ने कविता की शुरुआत किस तरीके से की मेरा एक नेता खो गया है कहीं आदमी तो नहीं हो गया है। इसके बाद उन्होंने अपनी 12वीं कक्षा में लिखी एक कविता सुनाई, तुम रहते हो एक गीत सुनाऊ, लेकिन भाव कहां से लाऊं। कवि देवेंद्र कुमार ने मां पर आधारित एक कविता सुनाई। वो दुआओं का टीका, दो घुट मीठा लगे। कवि मुकुल कुमार ने कार्यक्रम में हिंदी और इंग्लिश में कविताएं सुनाकर सबका मन मोह लिया। कवि अमनदीप ने बंदकी से जुड़ी शायरी की। वो खुदा भी मुझे बहलाना जानता है, कुछ मेरी सादगी भी बेमिशाल है। सिंगर लवलीना ने अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम। कौन कहता हे भगवान आते नहीं, तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं। गीत सुनकर लोगों को कुछ देर के लिए भगवान की भक्ति में लीन कर दिया। कवि श्वेता ने गजल सुनाई, चांद तारे तेरे हैं, हर नजर में नजारे तेरे हैं। इसके साथ ही कवि अनूप श्रीवास्तव अपनी कविता यह सोचना गलत है कि तुम पर नजर नहीं, मशरूफ बहुत है लेकिन बेखबर नहीं। उन्होंने इस राउंड का समापन शिव तांडव सुनाकर किया। कार्यक्रम के तीसरे राउंड में मिर्जापुर वेब सीरीज के कलाकार अनिल जॉर्ज और टीवी सीरियल कलाकार करण खंडेलवाल और शान मिश्रा मौजूद रहे।
उन्होंने कार्यक्रम में फिल्मी जगत के बारे में वहां मौजूद लोगों को बताया और फिल्म में किस तरह के दृश्य को बंद किया जाए इसके बारे में चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान सीमा मिढ़ा और अमित कुमार की पुस्तक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के चौथे राउंड में पंजाब केसरी की सीएमडी व वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन किरण चोपड़ा, सीजी ऑफ मोंटेनेग्रो जेनिस दरबारी, बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता चारु प्रज्ञा, राजनीतिक संपादक स्मृति रस्तोगी और कारोबारी पूजा नागदेव मौजूद रही। जेनिस दरबारी ने कार्यक्रम के दौरान भारत से बाहर उनका जीवन में क्या व्यक्त हुआ। उस जीवनशैली के बारे में बताया। प्रवक्ता चारु प्रज्ञा ने महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे में बात की। राजनीतिक संपादक स्मृति रस्तोगी ने महिलाओं के हित में बात कही। कारोबारी पूजा नागदेव ने बताया कि विदेश में उन्होंने देखा कि वहां के लोग यहां के आयुर्वेदिक का इस्तेमाल करते हैं। यहां आकर उन्होंने इसी आयुर्वेदिक चीजों का इस्तेमाल कर देश में अपना नाम रोशन किया। कार्यक्रम के अंत में कला के क्षेत्र में वर्ष की सर्वश्रेष्ठ सशक्त महिला का पुरस्कार डॉ. सूर्यस्नाता महांति समेत अन्य महिलाओं को देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में चेयरमैन रविंद्र भंडारी, मुख्य सलाहकार संस्कृति भंडारी के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।