महिला जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025: पहली बार 24 टीमों के साथ होगा महामुकाबला, भारत पूल-सी में
महिला जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025 में भारत की चुनौती
इस साल महिला जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन चिली में होने जा रहा है और इस बार टूर्नामेंट कई मायनों में खास होने वाला है। इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH) ने हाल ही में टूर्नामेंट के ड्रॉ का ऐलान किया है और इसके साथ ही भारत समेत सभी टीमों के पूल की घोषणा कर दी गई है। टूर्नामेंट का आयोजन 1 दिसंबर से 13 दिसंबर के बीच किया जाएगा।
अब तक महिला जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में 16 टीमें हिस्सा लिया करती थीं, लेकिन इस बार FIH ने इसे और भव्य बनाने का फैसला लिया है। 2025 संस्करण में कुल 24 टीमें हिस्सा लेंगी, जिन्हें छह पूल में बांटा गया है। हर पूल में चार-चार टीमें होंगी। टीमों की संख्या में हुई इस बढ़ोतरी से ना सिर्फ मैचों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि दर्शकों को भी ज्यादा मुकाबलों का रोमांच देखने को मिलेगा। भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम को पूल-सी में रखा गया है। इस पूल में भारत के साथ जर्मनी, आयरलैंड और नामीबिया की टीमें शामिल हैं। यह पूल बेहद प्रतिस्पर्धी माना जा रहा है, खासकर जर्मनी जैसी मजबूत टीम की मौजूदगी के चलते। भारत ने अब तक यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट नहीं जीता है, लेकिन बीते कुछ वर्षों में टीम का प्रदर्शन लगातार बेहतर हुआ है।
गोलकीपर निधि की अगुवाई में भारतीय टीम ने हाल ही में अर्जेंटीना में खेले गए चार देशों के टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने कुल छह मुकाबलों में से चार में जीत हासिल की। भारत ने उरुग्वे को दो बार हराया, जबकि चिली और अर्जेंटीना के खिलाफ भी एक-एक जीत दर्ज की। इस प्रदर्शन से टीम का मनोबल काफी ऊंचा है और कोचिंग स्टाफ को यकीन है कि खिलाड़ी इस बार इतिहास रच सकते हैं। टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम नीदरलैंड्स को पूल-ए में जगह दी गई है। नीदरलैंड्स अब तक पांच बार इस खिताब को जीत चुकी है और इस बार भी खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। उसके पूल में जापान, चिली और मलेशिया जैसी टीमें होंगी। वहीं, दो बार के विजेता अर्जेंटीना को पूल-बी में रखा गया है, जहां वो अन्य टीमों के खिलाफ अपने अनुभव और कौशल से दबदबा कायम रखने की कोशिश करेगा।