WHC: देश में पहली बार विश्व धरोहर समिति की बैठक, प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे उद्घाटन
रविवार से नई दिल्ली के भारत मंडपम में विश्व धरोहर समिति की बैठक का आयोजन होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक का उद्घाटन करेंगे। इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा,'' यह पहली बार है, जब हमारा देश इस समिति की मेजबानी कर रहा है। मैं कल शाम सात बजे कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं। यह हमारी विरासत को संरक्षित करने के तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण मंच है।''
It’s a matter of immense joy that India is hosting the meeting of the World Heritage Committee in New Delhi. This is the first time our nation is hosting this Committee. I look forward to attending the programme at 7 PM tomorrow evening. This is an important forum to exchange… https://t.co/um3GSzCpmR
— Narendra Modi (@narendramodi) July 20, 2024
देश में पहली बार हो रही संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में 150 से अधिक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह बैठक 21 से 31 जुलाई चलेगी। जी-20 समिट के बाद देश में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह कार्यक्रम हो रहा है।
यूनेस्को के सहयोग से केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में यूनेेेेेस्को के महानिदेशक ऑड्रे अजोले और विभिन्न देशों के संस्कृति मंत्री, राजदूत और विशेषज्ञ भाग लेंगे।
साल में एक बार होती है विश्व धरोहर समिति की बैठक
गौरतलब है कि विश्व धरोहर समिति की बैठक साल में एक बार होती है। यह विश्व धरोहर से संबंधित सभी मामलों के प्रबंधन और विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने वाले स्थलों पर निर्णय लेेेती है। इस बैठक के दौरान, विश्व धरोहर सूची में नए स्थलों को नामांकित करने, 124 मौजूदा विश्व धरोहर संपत्तियों की संरक्षण स्थिति रिपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय सहायता और विश्व धरोहर निधि के उपयोग आदि के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।
अब तक 350 से अधिक कलाकृतियां विदेश से वापस लाई गई
विश्व धरोहर समिति की बैठक के साथ-साथ, विश्व धरोहर युवा पेशेवर मंच और विश्व धरोहर स्थल प्रबंधक मंच भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा, भारत की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनियां भी लगाई जाएंगी। प्रदर्शनी में विदेश से देश में वापस लाई गईं कुछ कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा। अब तक 350 से अधिक कलाकृतियां विदेश से वापस लायी जा चुकी हैं।