लगातार दूसरे साल खेल रत्न के लिए दावेदार होंगी पहलवान विनेश फोगाट
विनेश का नाम पिछले साल भी बजरंग पुनिया के साथ इस अवार्ड के लिए भेजा गया था। तब बजरंग को यह अवार्ड मिला था। विनेश इस समय 53 किलोग्राम भारवर्ग में विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है।
09:21 PM May 31, 2020 IST | Desk Team
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) महिला खिलाड़ी विनेश फोगाट का नाम इस साल खेल रत्न के लिए भेजेगी। यह लगातार दूसरी बार होगा जब फोगाट का नाम देश के सर्वोच्च खेल सम्मान के लिए नामांकित किया जाएगा। डब्ल्यूएफआई के सचिव विनोद तोमर ने कहा, खेल रत्न के लिए हम विनेश का नाम भेजेंगे। डब्ल्यूएफई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह इस पर अंतिम मुहर लगाएंगे और सोमवार को खेल मंत्रालय के पास भेजेंगे।
विनेश का नाम पिछले साल भी बजरंग पुनिया के साथ इस अवार्ड के लिए भेजा गया था। तब बजरंग को यह अवार्ड मिला था। विनेश इस समय 53 किलोग्राम भारवर्ग में विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है। 2019 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत उन्होंने ओलम्पिक में जगह बना ली है। विनश को ओलंपिक खेलों में भारत की पदक की उम्मीद के तौर पर भी देखा जा रहा है
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा, ‘‘हम सोमवार को विनेश का नाम खेल रत्न के लिये भेजेंगे। वह मजबूत दावेदार होंगी। लेकिन हमने अभी अर्जुन पुरस्कार के आवेदन पर फैसला नहीं किया है क्योंकि हमें ज्यादा आवेदन नहीं मिले हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष देखेंगे और फैसला करेंगे कि किसके नाम की अनुशंसा मंत्रालय में की जाये। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अब भी तीन जून तक समय है। लेकिन पूरी संभावना है कि नाम कल (सोमवार) तक भेजे जायेंगे। ’’
डब्ल्यूएफआई के सूत्र ने कहा कि पिछले कुछ समय से फार्म से जूझ रही साक्षी मलिक ने अर्जुन पुरस्कार के लिये अपना आवेदन भेजा है। उसे 2016 में जिमनास्ट दीपा करमाकर और निशानेबाज जीतू राय के साथ खेल रत्न मिल चुका है। हाल में वह युवा पहलवान सोनम मलिक से दो बार हार गयी थी जिसने इस शीर्ष एथलीट को एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के लिये कट हासिल करने से रोक दिया था।
यह देखना दिलचस्प होगा कि डब्ल्यूएफआई उनका नाम भेजता है या नहीं क्योंकि 2019 विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक पूनिया (86 किग्रा) और प्रतिभाशाली राहुल अवारे (61 किग्रा, गैर ओलंपिक वर्ग) ने भी अर्जुन पुरस्कार के लिये अपने आवेदन भेजे हैं। सूत्र ने कहा, ‘‘रियो ओलंपिक से पहले उसने कुछ हासिल नहीं किया था इसलिये उसका नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये नहीं भेजा गया था। लेकिन उसने रियो में कांस्य पदक जीत लिया तो उस समय सीधे ही उसे खेल रत्न मिल गया। अब वह अर्जुन पुरस्कार भी चाहती है। ’’
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