चमक जाएगी आपकी किस्मत, अगर नाग पंचमी पर कर लिए ये काम
मान्यता है नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस साल सावन माह की शुरुआत 14 जुलाई से हो गयी है।
09:10 AM Jul 23, 2022 IST | Desk Team
पौराणिक काल से ही सांपों को देवताओं की तरह पूजा जाता है। मान्यता है नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस साल सावन माह की शुरुआत 14 जुलाई से हो गयी है। सावन के महीने में कई व्रत और तत्योहार पड़ते हैं। इन्हीं में से एक है नाग पंचमी।
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प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है। नाग पंचमी हिंदू धर्म का पावन पर्व है। इस दिन नाग देवता की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस बार ये त्योहार 02 अगस्त, मंगलवार को मनाया जाएगा। मान्यता है नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं।
हिंदू पंचांग के मुताबिक 2 अगस्त को सुबह 05:14 से पंचमी तिथि प्रारंभ होगी जो कि 3 अगस्त को सुबह 05:42 तक रहेगी। मुहूर्त की अवधि 02 घंटे 41 मिनट तक रहेगी। पूजा मुहूर्त 2 अगस्त 2022 को सुबह 5:42 AM से 8:24 सुबह तक। नाग पंचमी की शुभ मुहूर्त अवधि 02 घण्टे 41 मिनट तक होगा।
नाग पंचमी के उपाय
गाय के गोबर को हिंदू धर्म में काफी शुद्ध माना जाता है ऐसे में नाग पंचमी के दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों कोनों पर गाय के गोबर से नाग बनाएं। इसके इन नागों को कच्चा दूध चढ़ाएं।
नाग पंचमी के दिन तांबे के नाग-नागिन की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है।इस दिन विधि-विधान से तांबे के नाग-नागिन की पूजा करें। बाद में इन्हें अपनी तिजोरी में रख दें।
नागदेव की सुगंधित पुष्प व चंदन से ही पूजा करनी चाहिए क्योंकि नागदेव को सुगंध प्रिय है। नाग पंचमी के दिन अगर संभव हो तो किसी ऐसे शिव मंदिर में जहां शिव जी की मूर्ति पर नाग नहीं हो वहां प्रतिष्ठित करवाएं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से आपको नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त होगा। नाग पंचमी के दिन चंदन की लकड़ी के बने 7 मौली शिव मंदिर में चढ़ाएं। साथ ही इस दिन शिवजी को चंदन की लकड़ी या चंदन का इत्र चढ़ाएं और नित्य स्वयं लगाएं।
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