किस आधार पर चुने गए आतंकी ठिकाने? 2611 से लेकर पठानकोट तक का जवाब
आतंकी ठिकानों के चयन की प्रक्रिया का खुलासा
भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला कर जैश और लश्कर जैसे संगठनों को बड़ी चोट दी। इस कार्रवाई में बहावलपुर का सुहानअल्लाह मरकज़ समेत 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन ठिकानों का भारत विरोधी हमलों में शामिल होने का लंबा इतिहास है।
भारतीय सुरक्षा बलों ने मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात को पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तानी सीमा में दाखिल होकर कुल 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने प्रेस के साथ पूरी कार्रवाई की जानकारी साझा की। भारतीय सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमलों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए सुबह 1 से 1:30 बजे पाकिस्तान में मौजूद कुल 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। 9 आतंकी ठिकानों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 100 किलोमीटर दूर मौजूद बहावलपुर का सुहानअल्लाह मरकज़ भी शामिल था। निशाना बनाए गए आतंकी ठिकानों का भारत विरोधी हमलों में शामिल होने का लंबा इतिहास है। सभी ठिकाने बीते 20 सालों में हुए भारत विरोधी हमलों के केंद्र रहे हैं। जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों पर यह बहुत बड़ी चोट है। सुरक्षा बलों ने सभी ठिकानों का चुनाव पूरी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए किया था।
2016 पठानकोट हमलों का केंद्र ध्वस्त
2016 में हुए पठानकोट हमलों की तैयारी का केंद्र रहे सियालकोट का महमूना जोया कैंप भी ध्वस्त कर दिया गया है। यह कैंप पाकिस्तान में मौजूद हिजबुल का सबसे बड़ा आतंकी ठिकाना था। जम्मू के कठुआ इलाके में आतंकवाद फैलाने का काम इसी कैंप को सौंपा गया था। यह कैंप पाकिस्तान की सीमा के 18 किलोमीटर अंदर था।
4 पुलिसवालों की मौत की प्लानिंग वाले सरजाल कैंप का अंत
27 मार्च को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस के 4 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों को सियालकोट के सरजाल कैंप में प्रशिक्षण दिया गया था। आज भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में इस आतंकी प्रशिक्षण केंद्र को भी खत्म कर दिया गया।
कसाब को तैयार करने वाले मुरीदके पर भी निशाना, 2008 मुंबई हमलों का बदला
2008 में हुआ मुंबई हमला निश्चित ही आज़ाद भारत का सबसे विभत्स मानवीय आतंकी हमला था। हमला करने वाले आतंकियों को सालों तक पाकिस्तान के पंजाब में मुरीदके के पास मौजूद आतंकी कैंप में प्रशिक्षण मिला था। इन आतंकियों में अजमल कसाब भी शामिल था। आज भारतीय सुरक्षा बलों ने इस कैंप को भी निशाना बनाया।
जैश के हेडक्वार्टर पर गिरी गाज
जैश-ए-मोहम्मद निःसंदेह ही दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकी संगठनों में से एक है। जैश पिछले 25 साल से लगातार भारत के खिलाफ कई नापाक आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। आज भारतीय सेना द्वारा निशाना बनाए गए ठिकानों में जैश का मुख्यालय बहावलपुर भी शामिल था। बहावलपुर पाकिस्तान के पंजाब में स्थित है और अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 100 किलोमीटर दूर है। बहावलपुर लगभग पिछले 20 सालों से जैश समर्थित आतंकवाद का केंद्र बना हुआ था। सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि भारत की जवाबी कार्रवाई में कुख्यात आतंकी मसूद अज़हर के परिवार के 10 लोग भी मारे गए हैं।