editorial
राजनाथ सिंह की ‘कूटनीति’
<p>रूस-यूक्रेन युद्ध अब ऐसे मोड़ पर पहुंचता दिखाई दे रहा है जिसमें कूटनीतिक वार्ताओं के द्वार अवरुद्ध लग रहे हैं। परन्तु भारत की यह स्थापित नीति इसकी आजादी के समय से ही रही है कि हर संघर्ष का समाधान वार्तालाप से ही हो सकता है।</p>01:42 AM Oct 28, 2022 IST