editorial
गो-इमरान-गो
<p>पाकिस्तान के वजीरे आजम इमरान खान ने आज अपने मुल्क को ऐसे चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है जहां एक ‘अंधा’ दूसरे ‘अंधे’ से पूछ रहा है कि यह रास्ता किधर जायेगा? मगर इसमें इमरान खान की कोई खता नहीं है क्योंकि इस मुल्क की बुनियाद में ही मुहम्मद अली जिन्ना मजहब की ऐसी ‘बारूदी’ मिट्टी डाल कर गया है जिसमें लोकतन्त्र या जम्हूरियत की फसल कभी ‘लह-लहा’ ही नहीं सकती।</p>01:32 AM Apr 03, 2022 IST