editorial
राम मंदिर निर्माण और बाबरी इतिहास
<p>खलील जिव्रान ने एक बड़ी प्यारी सी कथा लिखी हैः ‘‘एक बार शाम के समय एक दरिया के किनारे अच्छाई की देवी शिला पर अकेली बैठी हुई थी। थोड़ी देर के बाद बुराई की देवी भी वहां आकर बैठ गई। कुछ देर तक तो शांति रही, फिर अच्छाई की देवी ने उससे कहा-बहन तुम मेरे पास क्यों? तुम तो जानती हो कि अच्छाई के साथ बुराई नहीं रह सकती।</p>12:02 AM May 10, 2020 IST