editorial
हम सब हिन्दोस्तानी हैं!
<p>भारत की मूल संस्कृति है जो पूर्व में द्रविड़, आर्य, शैव, वैष्णव, जैन व बौद्ध धर्मों के साकार से लेकर निराकार ब्रह्म की उपासना में द्वैत व अद्वैत के भेद-विभेद को समरस करते हुए आगे बढ़ी थी।</p>04:06 AM Dec 21, 2019 IST