editorial
पराक्रम और शौर्य का विजय दिवस
<p>प्रत्येक भारतीय के लिए 16 दिसम्बर के दिन का विशिष्ट महत्व है। इसी दिन भारत ने मुहम्मद अली जिन्ना के मजहब के आधार पर खड़े किये ‘द्विराष्ट्रवाद’ के सिद्धान्त को ‘कब्र’ में गाड़ने का पक्का संकल्प लिया था</p>12:40 AM Dec 17, 2022 IST