editorial
कश्मीरी पंडितों का दर्द
<p>जम्मू-कश्मीर में परिसीमन का कार्य पूरा हो चुका है और राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरू होने का मार्ग प्रशस्त हो चुका है। अब 2018 के बाद राज्य में सामान्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बहाली के साथ अब इसे राज्य का दर्जा भी बहाल होने की उम्मीदें भी कायम हो गई हैं।</p>03:28 AM May 14, 2022 IST