editorial
बुलडोजर अन्याय का प्रतीक
<p>किसी भी लोकतन्त्र में कथित बुलडोजर न्याय से बढ़कर दूसरा अन्याय नहीं हो सकता क्योंकि ऐसी कार्रवाई में कानून की सहमति नहीं बल्कि हुकूमत के जुल्म की दस्तरबारी होती है। लोकतन्त्र हर हालत में और हर शर्त में केवल कानून या संविधान से ही चलता है</p>10:29 AM Nov 14, 2024 IST