editorial
हर उपाय के लिए तैयार निर्मला सीतारमन
<p>भारत के संसदीय लोकतन्त्र की नींव विचार विनिमय पर इस प्रकार रखी हुई है कि संसद के भीतर बहुमत की सरकार का कोई भी प्रस्ताव या विधेयक बिना गहन चर्चा व वैचारिक आदान-प्रदान के पारित नहीं होता।</p>12:04 AM May 21, 2020 IST