editorial
राजद्रोह कानून और लोकतन्त्र
<p>यह प्रश्न पूरी तरह वाजिब है कि 2022 के आजाद भारत में 1870 के अंग्रेजों के गुलाम भारत के कानून की क्या जरूरत हो सकती है जबकि सरकार, सत्ता और शासन के सभी मानक इस तरह बदल दिये गये हों</p>01:40 AM May 11, 2022 IST